Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
मौसम विज्ञान केंद्र अलीपुर के अनुसार, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के समीप एक चक्रवातीय परिसंचरण क्षेत्र बना है। इसके अगले दो दिनों में गहराकर निम्न दबाव वाले क्षेत्र में बदलने की संभावना है। यह प्रणाली धीरे-धीरे मध्य बंगाल की खाड़ी होते हुए उत्तर बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकती है।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में मौसम फिर बिगड़ने वाला है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दोहरे चक्रवात के प्रभाव से राज्य में भारी बारिश और आंधी-तूफान की संभावना है। समुद्र तटीय इलाकों में ज्वारभाटे की भी आशंका जताई गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र अलीपुर के अनुसार, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के समीप एक चक्रवातीय परिसंचरण क्षेत्र बना है। इसके अगले दो दिनों में गहराकर निम्न दबाव वाले क्षेत्र में बदलने की संभावना है। यह प्रणाली धीरे-धीरे मध्य बंगाल की खाड़ी होते हुए उत्तर बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकती है।
साथ ही उत्तर-पश्चिम भारत के पहाड़ी इलाकों में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है। बिहार से लेकर विदर्भ तक एक द्रोणिका (ट्रफ) भी बनी हुई है, जो झारखंड और छत्तीसगढ़ होते हुए गुजर रही है। इसके अतिरिक्त एक और द्रोणिका मराठवाड़ा से तमिलनाडु तक फैली हुई है, जो कर्नाटक के ऊपर से गुजरती है।
सोमवार से बुधवार तक कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के लगभग सभी जिलों में तेज हवाओं के साथ आंधी और बारिश की संभावना है। हवाओं की गति 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।
सोमवार को विशेष रूप से बांकुड़ा, बीरभूम और पश्चिम बर्धमान जिलों में अधिक बारिश और आंधी हो सकती है।
मंगलवार को पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व और पश्चिम बर्धमान, बीरभूम, मुर्शिदाबाद, बांकुड़ा, पुरुलिया और झाड़ग्राम जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
बुधवार को दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर समेत कई पश्चिमी जिलों में भी गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।
अगले दो दिन तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। हालांकि, बुधवार से तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है।
उत्तर बंगाल में सोमवार और मंगलवार को गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है। यहां भी 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चल सकती हैं।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सोमवार रात तक काकद्वीप से लुथियन द्वीप के बीच समुद्र में ज्वारभाटा आ सकता है। इसमें पानी की ऊंचाई एक मीटर तक बढ़ सकती है और ज्वारभाटा करीब 15 से 20 सेकंड तक रह सकता है। मछुआरों और तटीय क्षेत्रों के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।